उदासी भेळै उम्मीद रो जसजोग सुर / नीरज दइया


हरेक कवि खातर इण सवाल रो जबाब सोधणो जरूरी हुवै कै बो रचाव खातर कलम क्यूं सांभै ? कवि नैं चाइजै कै बो कविता रचण सूं पैली इसा सवालां सूं खुल्ली लड़त्यां लेवै। किणी युवा कवि री ऊरमा इण बात मांय देखी जावणी चाइजै कै बो कविता-जतरा माथै निकळै तद किसै मारग माथै पग मांडै। घणा कवि आपरी जातरा केई कवियां री आंगळी पकड़’र सरु करै अर बरसां पछै ई बै अेकला चालण में संको राखै। कोडाया-कोडाया अर देखा-देखी आ जातरा करणियां कवि कोनी बणै। कवि हुवण सारू पैली सरत खुद नैं कवि स्वीकारणो है। युवा कवि संजय पुरोहित खुद नैं कवि स्वीकारै अर कविता-जातरा खातर निजू मारग हेरण री आफळ इण कविता-संग्रै में आपां देख सकां।
“थूं क्यूं हुवै उदास“ रो कवि उदासी भेळै उम्मीद रो जसजोग सुर अंवेरै। कवि-मन री सरलता, सहजता सूं उपजी संजय री आं कवितावां में घर-परिवार-समाज अर नवै जुग सूं जुड़ाव दीसै। कवि खुद रै असवाड़ै-पसवाड़ै री साव निजू बातां री कहाणियां कवितावां मांय रचै। आं कवितावां मांय नवै जुग-जथारथ भेळै मंडता केई केई संकट दीसै। आपरै निजू संवादां सूं कविता-सांधण री आ जातरा असल में सबदां नैं संभाळण री जातरा है। सिरै बात आ कै कवि खुद रो राग उगेरण री हिम्मत दरसावै। “.. म्हारै / अंतस में मंड्योड़ै / आखरां नैं / कोई तो सरावैला ..“ रो भाव युवा कवि री उम्मीद नैं दरसावै।
मा, हेत, आंसू, लोक-विसवास, उदासी, भूख अर बगत रै सागै बदळतै गांवां-सै’रां सूं जुड़ी आं कवितावां में भोळावण रो खास सुर मिलै। “म्हैं लिखूंला कविता“ कवि रै रचाव री हूंस दरसावै। आं कवितावां मांय संजय आपरी भाषा मांय नवी जमीन सोधतो नवी तकनीक अर अठै हुयै बदळाव रै सुख-दुख री बातां करणी चावै। लोक-जुड़ाव री आं कवितावां में प्रीत री झीणी अकथ बातां ई मिलै- “ऊजळती जोत / थारी म्हारी प्रीत री / अकथ कथा रचैला।“ इण जातरा माथै कवि रो पतियारो ई गीरबैजोग कैयो जाय सकै- “आ छुक-छुक / म्हारी जूण चौपड़ी मेम / मांडैली आगै रो ठिकाणो / बो ठिकाणो / म्हारै विसवास रो।“ मंगळकामनावां कै इणी पक्कै पतियारो सूं कवि संजय रचाव रै मारग मजल पूगैला।
-डॉ. नीरज दइया
(पोथी माथै फ्लेप-1)
================================================
पोथी- थूं क्यूं हुवै उदास (कविता संग्रै) संजय पुरोहित
प्रकासक-अणिमा प्रकाशन, बीकानेर, संस्करण-2013, पाना-88, मोल-150/-
================================================

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें

Related Posts Plugin for WordPress, Blogger...